शनिवार, 31 मई 2025

Fever (बुखार)

इंटीग्रेटेड मेडिसिंस

प्राकृतिक उपचार

1 जल चिकित्सा

1 हॉट वॉटर इमर्सन गर्म पानी के अंदर अपने पैर को रखें पानी आपके पैर के घुटने के नीचे तक हो इसके अंदर आप अपने पैर को 30 मिनट तक रखें यह प्रयोग करते समय कर के ऊपर गीले तौलिए का प्रयोग जरूर करें

इसका प्रयोग सुबह और शाम दो से तीन दिन तक नियमित रूप से करें 

प्राकृतिक औषधियां

1 अदरक 5 ग्राम.                            




तुलसी 15 पत्ते.            


काली मिर्च 2 नग

स्वाद अनुसार गुड

इन सबको मिला गर्म पानी में उबाले और छान करके सुबह दोपहर शाम 3 टाइम पिए 2 से 3 दिन तक इसे हर प्रकार के बुखार में आराम मिलता है

2 हरसिंगार के दो से तीन पत्ते ले इनको पानी में उबाल ले सुबह दोपहर शाम तीन समय इसका प्रयोग करें यह हर प्रकार की बुखार को ठीक करने में उपयुक्त है

3 . नीम के पत्ते को पानी में उबले या नीम का पाउडर दो से 4 ग्राम सुबह दोपहर शाम गर्म पानी के साथ लें इससे भी बुखार उतारने में आसानी होती है और हर प्रकार के संक्रमण से यह आपको बचाता है

इस तरह से आप प्राकृतिक प्रयोग करके अपने किसी भी प्रकार के बुखार को ठीक कर सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते हैं डॉक्टर पवन मिश्रा 9953208237 धन्यवाद

शनिवार, 8 फ़रवरी 2025

Arthritis जोड़ो का दर्द

 घुटने का दर्द आजकल यह समस्या बहुत आम बन गई है इसके समाधान के बारे में लिए जानते हैं देखिए नीचे दिए हुए इस वीडियो के अंदर इसमें क्या होता है कि हमारे शरीर के अंदर जब न्यूट्रिशन की कमी हो जाती है तो हमारे घुटने एक दूसरे के पास आ जाते हैं और जब भी आप खड़े होते हैं तो आपके घुटने एक दूसरे से खींचने लग एक दूसरे के टच में आने से ही यह जैसे ही घिसते हैं और वैसे ही दर्द होना स्टार्ट हो जाता है तो इसका निवारण जाने कैसे करें

इसकी साथ-साथ आपको कुछ प्राकृतिक नियमों का भी पालन करने की जरूरत होती है जब आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आपके घुटने के अंदर आपके शरीर के अंदर एक नए इस पूर्ति आ जाती है आपको योगा करने की जरूरत है जिसको आप सुबह में जरूर करें क्योंकि सुबह में और डिटॉक्सिफिकेशन भी होता है और साथ में आपके शरीर को तरोताज की भी मिलती है जिससे आप अपने घुटने को ही नहीं और भी कई चीजों को ठीक कर सकते हैं अपने शरीर की सफाई कर सकते हैं अपने शरीर की इम्युनिटी को बढ़ा सकते हैं और आप लाइफ लॉन्ग बिना किसी दवा के अपने आप को ठीक रख सकते हैं

Liver disease

लीवर का इलाज  लीवर का इलाज करने के लिए सबसे पहले लीवर की सफाई करने की जरूरत है जब आप लीवर को सफाई करेंगे और लीवर को सपोर्ट करेंगे तो यह जो लवर है आपके पूरे शरीर को ठीक रखेगा और बहुत सारी गंभीर बीमारियों से आप को सुरक्षित रखेगा तो इसको ठीक रखने के लिए क्या तरीका है सबसे पहले तो आप इसमें लीवर को ठीक रखने के लिए आप विटामिन सी का प्रयोग करें और थ्री स्टेप फ्लोर डाइट का भी प्रयोग कर सकते हैं जो 3 दिन के लिए मान्य होता है के बारे में जानने के लिए आप कांटेक्ट करें डॉक्टर पवन मिश्रा 9953208237




यह जो आप ऊपर टेस्टर्मिनल वीडियो देख रहे हैं इस पर क्लिक करके आप जान सकते हैं की किस तरह से लीवर की अच्छे से सफाई की जा सकती है और लीवर को ठीक किया जा सकता है और जब आपका लवर ठीक होता है तो आपके शरीर के अंदर 30 से भी ज्यादा बीमारियां ठीक होती है तो लिए जाने इस पेशेंट से क्योंकि जो भी यहां पर तरीका बताया जाता है आप किसी भी अच्छे डॉक्टर के देखरेख में ही इस तरीके को अप्लाई करें खुद से करेंगे तो उतना अच्छा रिजल्ट नहीं मिलेगा


शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025

Cancer कैंसर के कारण और उसके उपाय

कैंसर जैसा कि आप सभी लोग जानते होंगे कि कैंसर कितनी भयानक बीमारी है

तो यह जो कैंसर होता है इसका कारण क्या है इसका कारण है लगभग सभी को पता है तंबाकू सिगरेट बीड़ी इस तरह की चीजों से ही कैंसर फैलता है लेकिन मैं आपको यह भी बताया है आज मैं आपको बताने वाला हूं इजीएस वे टू बिकम ए कैंसर पेशेंट कैंसर पेशेंट बनने का सबसे आसान तरीका और यह तरीका है अब इसके अंदर बहुत अंदर गहराई में जाकर कुछ छुपा हुआ है वह आपको मैं दिखाना चाहता हूं वायरलेस चार्जिंग होती है तो आप सेटिंग में जाएंगे सेटिंग में जाने के बाद आप अबाउट फोन में जाएंगे अबाउट फोन में लीगल इनफॉरमेशन जाएंगे आईएफ योर डिवाइस सपोर्ट्स थे वायरलेस चार्जिंग और पावर शेयरिंग फीचर्स दिस इक्विपमेंट शोल्ड बे ऑपरेटेड की द मिनिमम डिस्टेंस ऑफ़ 20 कम बिटवीन द डिवाइस एंड योर बॉडी होनी चाहिए वह करीब 20 सेंटीमीटर होनी चाहिए अगर मैं ऐसे बात कर रहा हूं आपसे फोन यहां रखा है और कुछ लोग तो बगल में रखे सोते भी है लगातार स्ट्रांग इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव रिलीज करेंगे मोबाइल फोन से भी कैंसर होने का खतरा है इसकी जो रेडिएशन है तो आप मोबाइल फोन को अगर अपने शरीर से 20 सेंटीमीटर की दूरी पर रखते हैं तो आप बहुत हद तक इसके रेडिएशन के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं अगर आपको इसके बारे में यकीन नहीं है तो आप एक प्रयोग करके देखें आप जहां पर आपका पॉकेट होता है लेफ्ट साइड में रोज डेली 1 घंटे वहां पर मोबाइल फोन को रखिए आप देखेंगे एक हफ्ते के बाद आपको पल्पिटेशन जो आपका पल्स रेट है उसमें अनबैलेंस इस तरह की दिक्कतें होंगी इसके अलावा आप अगर एक और ऑप्शन आपको दिया जाता है अगर आप अपने किसी भी लेफ्ट या राइट किसी भी थाई में मोबाइल फोन को अपने रखते हैं जो पॉकेट वाली होती है पेट में जो पॉकेट होता है उसके अंदर तो आप देखेंगे एक हफ्ते के बाद में आपको इंपोटेंसी होने की संभावना बढ़ने लग जाती है यानी की नपुंसकता होने की संभावना बढ़ाने के चांसेस होने लग जाते हैं जिसमें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने लग जाते हैं तो इसके लिए जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक जो रिलेशनशिप है 

 





इससे बचने के लिए जब भी आप इसका प्रयोग करें तो आप काम से कम जीरो वोल्ट का जरूर प्रयोग की जीरो वोल्ट थेरेपी यानी कि जो जमीन है अर्थिंग है उसके संपर्क में काम से कम 40 मिनट पूरे दिन में जरूर रखें तो आप इसके दुष्प्रभाव से काफी हद तक बच सकते 


देखा आईएस तरह से आप कभी भी अपने किसी भी गंभीर बीमारी से अपने आप को बचा सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क करें ऊपर दिये हुऎ नंबर पर डा पवन 


देखिए 

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2025

Type 1 diabetes

Sugar Ki Bimari डायबिटीज टाइप 1 शुगर की जो बीमारी होती है यह आजकल बच्चों को बहुत ज्यादा होने लगी है और जब भी यह प्रॉब्लम हो रही है तो इसमें यह बताया गया है कि बच्चों को लाइफ लोंग इंसुलिन का ही सहारा लेकर के रहना पड़ेगा और उनको इंसुलिन देना शुरू किया जाता और वह भी कम मात्रा में नहीं 25 से 30 यूनिट 1 दिन में इंसुलिन चलता है जरा सोचिए ऐसी स्थिति में बच्चों की क्या कंडीशन होती होगी उनका क्या लाइफ होगा इसी के बारे में हमने एक नई रिसर्च खोज की है जिससे कि बच्चों की इंसुलिन को बंद करके उनको एक नॉर्मल जीवन दिया जा सकता है आईए जानते हैं कैसे



टाइप 1 डायबिटीज का कारण इसका कारण ज्यादातर यही देखने को मिला है कि बच्चे ज्यादातर मोबाइल के संपर्क में आने लगे हैं और अधिक से अधिक फास्ट फूड पैक्ड फूड चॉकलेट इत्यादि का सेवन करने लगे हैं और अनायास ही बहुत सारे विटामिन प्रोटीन दवाइयां के रूप में लेने लगे हैं न्यूट्रिशन के रूप में लेने लगे हैं जो कि यह पूरी तरह से प्राकृतिक है यह सब कारण मिलकर के बच्चों को टाइप वन डायबिटीज बनाने में सहयोग करते हैं
निवारण इसके निवारण के लिए बच्चों को पूरी तरह से प्रकृति के साथ में आना पड़ेगा जिसे जो प्रकृति है यानी कि नेचर है यह बच्चों की रक्षा करेगी और उनको पूरी तरह से इंसुलिन से मुक्त करेगी और वह अपना जीवन सामान्य तरीके से जी सकते हैं इसके लिए उनका जो प्राकृतिक उपचार है जिसमें कुछ तरीकों को अपने की आवश्यकता है

https://youtu.be/HD2u8B5o_lk?si=k4p1kNOeFAVZTz3F

https://youtu.be/HD2u8B5o_lk?si=k4p1kNOeFAVZTz3F


Kidney Stone , किडनी की पथरी को बिना ऑपरेशन के बाहर निकाले / Dr. Pavan Mishra, Clinic @ Home
https://www.youtube.com/watch?v=b-0w_9ldG_c

#शुगर को ठीक करें पेनक्रियाज को एक्टिव करके 6 सेकंड में / Dr. Pavan Mishra, Clinic @ Home
https://www.youtube.com/watch?v=52mgmcA-sKw




उचित आहार प्राकृतिक तरीके से सोना उठना बैठना योग अभ्यास और कुछ साधन का प्रयोग करके बच्चों को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है इसके कुछ उदाहरण भी आपके यहां पर मिलेंगे आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके उन उदाहरण को देखे समझे और फिर आगे बढ़े और अपने बच्चों को एक नया जीवन देने में उनकी मदद करें

गुरुवार, 26 सितंबर 2024

Chronic kidney disease किडनी रोग

 पुरानी गुर्दे की बीमारी

एक चुप्पी महामारी पुरानी गुर्दे की बीमारी (CKD) एक प्रगतिशील स्थिति है जिसमें समय के साथ गुर्दे की कार्यक्षमता का धीरे-धीरे कम होना होता है। 



यह प्रतिष्ठा नुसार वैश्विक रूप से लगभग 10 व्यक्तियों में से 1 को प्रभावित करती है और एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती प्रस्तुत करती है। CKD अक्सर चुपचाप विकसित होती है, जिससे लक्षण बाद में प्रकट होते हैं जब अपरत्याशित हानि हो चुकी होती है।



CKD के प्रमुख कारणों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और मोटापा शामिल हैं, जो विश्वभर में प्रसारण के कारक हैं। ये स्थितियां गुर्दे की कार्यक्षमता के धीरे-धीरे अपशिष्ट होने का कारण बनती हैं, जिससे हृदय रोग, एनीमिया, हड्डी विकार, और अंततः, असंवेदनशील नुकसान होता है अगर उपचार नहीं किया जाता है।CKD स्वास्थ्य संस्थानों और व्यक्तियों पर भारी आर्थिक बोझ डालती है, जिसमें डायलिसिस या गुर्दे की प्रत्यारोपण जैसे महंगे उपचार शामिल होते हैं। इसके अतिरिक्त, प्रभाव शारीरिक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाता है, रोजगार, और मानसिक कुशल को प्रभावित करता है।समय पर डिटेक्शन और प्रबंधन CKD की प्रगति को धीमा करने और समस्याओं को रोकने में महत्वपूर्ण है।



 उच्च जोखिम वाले जनसंख्याओं के स्क्रीनिंग, जैसे कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए, जल्दी से विवेकशील हस्तक्षेप को सहारा प्रदान कर सकते हैं और परिणामों को बेहतर बना सकते हैं। जीवनशैली में संशोधन, जैसे कि स्वस्थ आहार का पालन, नियमित व्यायाम, और तंबाकू और अत्यधिक शराब का बचाव, CKD के जोखिम कारकों का प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं



एकमुखी दृष्टिकोण, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, नीति निर्माताओं, और समुदाय के हितधारकों की बहुविधा दृष्टिकोण, CKD द्वारा प्रस्तुत किए गए जटिल चुनौतियों का समाधान करने के लिए आवश्यक है।


High Blood Pressure हाई बीपी

 High Blood Pressure

हाई बीपी

ब्लड प्रेशर ब्लड प्रेशर की जो समस्या है आजकल सामान्य हो चुकी है हर दस में  6 लोगों को ब्लड प्रेशर की शिकायत हो गई है



 इसका जो परसेंटेज डर है यह बढ़ता ही जा रहा है इसके पीछे हमारी जो लाइफस्टाइल है साथ में खाना-पीना रहन-सहन बहुत सारी चीज यहां पर वर्क कर रही है जिसमें फास्ट फूड जंक फूड पैक फूड इत्यादि शामिल है और बहुत जो खास है वह है शारीरिक श्रम बहुत कम हो गया है जिसकी वजह से हमारे शरीर के अंदर से टॉक्सिंस ना निकल पाने के नाते हमें ब्लड प्रेशर की शिकायत देखने को मिल रही है



ब्लड प्रेशर दो तरह से होता है 

एक जब ज्यादा हो जाता है तो उसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं

 कि जब बहुत कम हो जाता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर के नाम

 से जानते हैं वैसे तो दोनों ही ब्लड प्रेशर बहुत खतरनाक होते हैं लेकिन आपको जानकर के बहुत हैरानी होगी कि ब्लड प्रेशर ज्यादा होने से खतरनाक होता है ब्लड प्रेशर का काम होना जब किसी का ब्लड प्रेशर हाई हो जाए तो उसके लिए एलोपैथिक में कोई दवाइयां होती हैं जिनका प्रयोग करते हैं और अगर किसी का ब्लड प्रेशर लो हो जाता है तो उसमें हम ज्यादातर देखने में आता है कि उनको नमक दे दिया जाता है जिससे उनका ब्लड प्रेशर सामान्य होने लग जाता है 



अगर किसी का ब्लड प्रेशर ज्यादा है तो उसको ठीक करने के लिए हमको अपनी लाइफ स्टाइल को ठीक करना पड़ेगा उनके शरीर के अंदर जो टॉक्सिन है उसे बाहर निकलना पड़ेगा जब ऐसा करेंगे तो उनका ब्लड प्रेशर अपने आप ही सामान्य हो जाएगा और वह बहुत सारी गंभीर बीमारियों से बच जाएंगे इमरजेंसी हो तो आप जरूर दवाइयां का सहारा लीजिए लेकिन हमेशा दवा के ऊपर निर्भर ना रहे जो लोग भी अपने ब्लू बड़े हुए ब्लड प्रेशर को ठीक करना चाहते हैं ऐसे लोग जरूर संपर्क करें और प्राकृतिक चिकित्सा का शुद्ध सहारा लेकर के अपने ब्लड प्रेशर को पूरी तरह से ठीक करें क्योंकि जो ब्लड प्रेशर है या शुगर है यह आपके और सारी बीमारियों को बुलाने के लिए काफी होता है तो इसे प्राकृतिक तरीके से जड़ से ठीक किया जा सकता है और आप लंबे समय तक अपने जीवन का आनंद उठा सकते हैं जिन लोगों को ब्लड प्रेशर ज्यादा रहता है ऐसे लोग चिरौंजी का बीज है और सुबह-सुबह चार चिरौंजी के बीच को चबाकर इससे आपका ब्लड प्रेशर में काफी सुधार होता हुआ दिखाई देगा लेकिन जड़ से ठीक नहीं होगा

वीडियो देखे सही जानकारी के लिऐ क्लिक करें 



 इसके लिए तो प्राकृतिक चिकित्सा का सहारा लेना ही पड़ेगा तो जो लोग घर पर प्राकृतिक चिकित्सा करना चाहते हैं वह लोग संपर्क करें और अपने आप को स्वस्थ करें चाहे आपका ब्लड प्रेशर ज्यादा रहता है या आपका ब्लड प्रेशर कम रहता है धन्यवाद

Dr. Pavan Mishra

+919953208237


गुरुवार, 21 मार्च 2024

Liver cirrhosis

 

Liver cirrhosis

लिवर सिरोसिस के बारे में बताया जाता है कि यह एक लाइलाज बीमारी है इसमें हम लीवर को ट्रांसप्लांट करते हैं हमारी जो आधुनिक चिकित्सा है वह लगभग यही मानती है कि इसमें लीवर का ट्रांसप्लांट करना ही ज्यादा अच्छा रहता है परंतु हमारे आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा कैसे बताते हैं कि लीवर को सही तरीके से अगर हम सपोर्ट करें इनका सही तरीके से उपचार करें तो इसको ठीक भी कर सकते हैं तो आईए जानते हैं



 लिवर सिरोसिस होने के लक्षण

लिवर सिरोसिस में हमारे पैरों में स्वेलिंग आ जाती है स्क्रीन में प्रॉब्लम आती है कुछ दाग धब्बे दिखाई देने लग जाते हैं भूख नहीं लगती है आंखों में पीलापन दिखाई दे सकता है तो इस प्रकार से हमारे लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं

इसका उपचार

इसके उपचार के लिए आधुनिक विज्ञान का कहना है कि इसमें लीवर को ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है प्रत्यारोपित करते हैं और इसके बाद बात आती है आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा की तो इनका कहना है कि कुछ आयुर्वेदिक औषधियां को अगर विशेष तरीके से दिया जाए तो लिवर सिरोसिस जैसी प्रॉब्लम को ठीक किया जा सकता है



 जिसमें योग वगैरह भी मरीज को ठीक से ध्यान रखकर करना पड़ेगा अपने दिनचर्या को बदलना पड़ेगा और प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार जैसा कि पहले ही सिद्धांत आता है की बीमारी एक कारण एक उसका इलाज भी है तो उसके अनुसार इसके अंदर यह हमारे शरीर के अंदर जो भी टॉक्सिक पदार्थ है जब हम उसे बाहर निकलते हैं और अपने ऑर्गन्स यानी की लवर को सपोर्ट करते हैं तो हमारे शरीर यानी कि हमारी जो शरीर है अपने इस लीवर की समस्या को जो बीमार अवस्था में है इस वह खुद ही ठीक करता है जिसे हम ऑटो फीकी के नाम से जानते हैं तो अधिक जानकारी के लिए जिनको भी इस तरह की प्रॉब्लम हो लवर से संबंधित तो आप लोग संपर्क कर सकते हैं डॉक्टर पवन मिश्रा जिसे आप नेचुरल ट्रीटमेंट लेकर के अपने लवर से संबंधित बीमारी को बहुत ही कम समय में पूरी तरह से स्वस्थ कर सकते हैं धन्यवाद इनका जो फोन नंबर है वह नीचे दिया जा रहा है+919953208237 धन्यवाद

मंगलवार, 19 मार्च 2024

Kidney stones 99.9% cure किडनी में पथरी का इलाज

 किडनी स्टोन

 किडनी स्टोन आजकल लगभग सभी लोगों को पता होगा की क्या होता है 



और जिनको होता है उनको इसमें बहुत ही ज्यादा दर्द होता है कभी-कभी जो किडनी होती है उसमें से स्टोन निकल करके जो यूरेटर होता है उसमें जाकर फंस जाता है और जब यूरिन का प्रेशर पड़ता है तो इसमें आसानी या दर्द होता है और वह जो दर्द होता है पेट से होते हुए पीछे की तरफ पीठ की तरफ जाता है तो यह होते हैं 



किडनी में स्टोन होने के लक्षण कभी-कभी अगर पिकअप स्टोन होता है या छोटा स्टोन होता है तो वह प्रेशर की वजह से ब्लैडर में आता है ब्लैडर में आकर के फिर आपके पेशाब के रास्ते से बाहर भी निकल जाता है

किडनी स्टोन के लक्षण

जिनको भी किडनी स्टोन होगा तो अगर किडनी में है तो उसमें किसी-किसी को दर्द नहीं होता है जब स्टोन बड़ा होने लग जाता है ज्यादा एमएम का हो जाता है तो फिर धीरे-धीरे किडनी के ऊपर प्रभाव पड़ने लग जाता है हो सकता है उनकी किडनी में कुछ खराबी आने लग जाए और कभी-कभी वही स्टोन यूरिन के प्रेशर की वजह से यूरेटर में आ जाता है जिसकी वजह से उनको बहुत ही आसानी दर्द होता है जो दर्द होता है वह पेट से शुरू होकर के पीछे पीठ की तरफ जाता है तो इस तरह के दर्द होने की संभावना होती है जिसमें मरीज को गर्मी लगती है और वह खड़ा भी नहीं हो पता आसानी पीड़ा होती है जिनको भी किडनी स्टोन की समस्या होती है कभी-कभी जो स्टोन होता है पेशाब के रास्ते जो होता है वहां पर आकर रुक जाता है तो किसी किसी का पैसा भी रुक जाता है तो ऐसी स्थिति में फिर दिक्कत होती है कि पैसा भी नहीं हो रहा है

किडनी में स्टोन होने का कारण

इसके पीछे बहुत ही जो जनरल कारण है वह यह है हमारी लाइफ स्टाइल हमारा खानपान दिनचर्या यह सब यहां पर बहुत मैटर करते हैं क्योंकि हम लोग खाना पीना जो भी खा रहे हैं आज के इस भाग दौड़ की जिंदगी में जंक फूड फास्ट फूड लेकिन हमारी जो फिजिकल एक्टिविटी है हमारी जो श्रम है हमारा जो काम करने का तरीका है वह बिल्कुल मशीन के ऊपर निर्भर हो गया है हम वर्क नहीं करते हैं फिजिकल वर्क नहीं करते हैं जिसकी वजह से हमारे शरीर के अंदर से टॉक्सिन नहीं निकाल पाते और वही टॉक्सिन स्टोन का रूप लेकर के हमारे किडनी में प्रभावित होते हैं मुख्य रूप से बस इतना समझी कि यह एक प्रकार का टॉक्सिन है जो स्टोन के रूप में परिवर्तित हो गया है जो हम अपना शारीरिक श्रम नहीं करते हैं जिसकी वजह से वह यहीं पर रह जाता है और साथ में पानी ठीक से नहीं पीते हैं यह भी एक प्रमुख कारण है

किडनी स्टोन का निदान

वैसे तो किडनी की स्टोन को ठीक करने के लिएआधुनिक चिकित्सा में ऑपरेशन है जिसमें दूरबीन बीच से ऑपरेशन करके निकल जाता है और कभी-कभी जब स्टोन काफी बड़ा होता है तो उसे हम लेजर थेरेपी से तोड़ते भी हैं दूरबीन विधि से और कभी-कभी अगर नहीं टूटता है तो ओपन सर्जरी भी करनी पड़ जाती है इसके अलावा जब ऑपरेशन हो जाता है उसके बाद भी कई लोगों को कुछ समय में स्टोन दोबारा से आ जाता है इसके लिए एक और तरीका है आप प्राकृतिक चिकित्सा कारण परामर्श लिंग सही सलाह लें



 प्राकृतिक चिकित्सा में तो इसी स्टोन को जब आप नेचरली अपने शरीर से बाहर निकलते हैं और उसे लाइफस्टाइल को पूरी तरह से व्यवस्थित रखते हैं तो आपको आने वाले फ्यूचर में आने वाले भविष्य में स्टोन होने का खतरा बहुत हद तक टाल जाता है या नहीं होता है



जिन लोगों को भी स्टोन की समस्या है वह लोग 

संपर्क कर सकते हैं डॉक्टर पवन मिश्रा

+919953208237

सोमवार, 18 मार्च 2024

मधुमेह, Diabetes

 मधुमेह (Diabetes)

हमारी पाचन संस्थान से संबंधित एक ग्रंथि होती है पेनक्रियाज जो जब ठीक तरह से काम नहीं करती है तो यह रोग हो जाता है 



जो लोग श्रम करते हैं उन लोगों को यह रोग बहुत कम पाया जाता है 90% मधुमेह के रोगी या तो मोटे होते हैं या मोटे रह चुके हुए होते हैं रोग बढ़ने के साथ उनका वजन भी घटना शुरू हो जाता है इससे शरीर की धमनियां कड़ी पड़ जाती हैं जिसकी वजह से इस रोग से 66% मौतें होती हैं



आज के समय में हर 10 में दो लोगों को मधुमेह की शिकायत है शुगर और बीपी आजकल आम बात हो गई है क्योंकि यह हमारे जीवनचार्य के ऊपर निर्भर करता है कि जिस प्रकार से हमारा जीवनचार्य है उसी के हिसाब से यह रोग होता है इसीलिए इस रोग को हम लाइफस्टाइल डिजीज भी कहते हैं इस रोग से छुटकारा पाने के लिए हमें श्रम करने की जरूरत है यदि हम श्रम करते हैं तो इस रोग से हमें धीरे-धीरे करके



 छुटकारा मिलता है और मधुमेह को नियंत्रित भी किया जाता है श्रम करने के साथ-साथ हमें उसे प्रकार का पोषक तत्व भी मिलना चाहिए जो हमारे पेनक्रियाज को हमारे शरीर को पोषण देने के साथ-साथ नवनिर्माण कर सके इसी की माध्यम से हम मधुमेह को पूरी तरह से ठीक करने में सक्षम हो सकते हैं हमारे शरीर के अंदर जो गंदगी है उसे निकालना जरूरी है पोषण जरूरी है अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके संपर्क करें जिन लोगों को भी मधुमेह की शिकायत है क्योंकि 

मधुमेह में 

टाइप वन 

टाइप टू 

दो प्रकार का हो रोग होता है एक होता है जिसमें हमारा पेनक्रियाज काम कर रहा होता है 

एक होता है जिसमें पेंक्रियास  काम ही नहीं कर रहा होता है 

तो इन दोनों ही मधुमेह के रोगियों को ठीक करने के लिए आज के समय में नेचुरल यानी कि 



प्राकृतिक चिकित्सा बहुत अच्छे से कम कर रही है इसको आप अपना करके अपनी बीमारी को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं



 एक महीने से 3 महीने में आप इस रोग से छुटकारा पा सकते हैं तो जिन लोगों को भी इसकी शिकायत है वह लोग संपर्क करें धन्यवाद

Dr. Pavan Mishra

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