रोग लक्षण
लंबे समय तक बार-बार होने वाले क्रॉनिक सर दर्द या बहुत तीव्र सर दर्द झटका अथवा बेहोशी आने पर मरीज का संपूर्ण मेडिकल चेकअप अथवा इलाज योग्य चिकित्सक के निर्देश में होना चाहिए क्योंकि कई गंभीर बीमारियां जैसे ब्रेन ट्यूमर तथा मस्तिष्क ज्वर इत्यादि मात्रा सर दर्द के रूप में शुरू होते हैं
सर्वाधिक सर दर्द के दो सबसे महत्वपूर्ण प्रकार है
1. माइग्रेन माइग्रेन समय-समय पर उठने वाले इस अत्यंत तीव्र सर दर्द की विशेषता यह है कि दर्द आधे सिर में होता है यह रोग पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में अधिक होता है माइग्रेन में पारिवारिक पाई जाती है लगभग तीन चौथाई मरीजों के किसी ने किसी सगे संबंधी को भी इसी रोग से प्रभावित पाया गया है माइग्रेन का दौरा बहुत कर्म से हो सकता है मगर हर रोगी के लिए एक अलग या विशिष्ट स्थिति होती है जिसमें दर्द प्रवाहित होता है यह कुछ इस विशेष पदार्थ जैसे चॉकलेट या शराब की सेवन से जिसमें टायरामीन नामक तत्व अधिकता में रहता है
कुछ को आधे सिर में कुछ को शीर्ष पर या कुछ को सर के पीछे में दर्द हो सकता है
2. तनावजन्य सर दर्द इस प्रकार का दर्द अक्सर तनावपूर्ण स्थितियों से गुजरने के बाद या उसके दौरान ही उठता है इसके अलावा आंखों पर जोड़ डालने या दृष्टि दोष होने से भी हो सकता है इस प्रकार से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या डिस ह्रास होने में वाला सर दर्द भी पेशी अति संकुचन द्वारा ही उत्पन्न होता है माइग्रेन एवं तनाव जैन सर दर्द एक ही व्यक्ति में एक साथ हो सकते हैं कब्ज या मासिक धर्म की अनियमिताओं में सर दर्द होना काफी आम है ऐसे सर दर्द मूल समस्या का समाधान होते ही स्वत ठीक हो जाते हैं
सर दर्द की आधुनिक चिकित्सा
आधुनिक चिकित्सा प्रणाली इनका मूल कारण एवं निदान नहीं खोज पाई है उसके लिए लाक्षणिक या दर्द निवारक औषधीय का सेवन ही एकमात्र उपाय है दर्द की अवस्था में औषधीय के सेवन से प्रभावकारी रहता तो मिलती है मगर यह प्रभाव अल्पकालिक अथवा अस्थाई होता है पेशी तनाव से उत्पन्न होने वाले दर्द एस्प्रिन प्रशांत तक मालिश सेक एवं मान चिकित्सा से प्रभावित होते हैं लंबे समय तक बारंबार होने वाले सर दर्द मैरिज एवं डॉक्टर दोनों के लिए पूर्वोत्तर एक समस्या बने हुए हैं रोग को समूह नष्ट करने में सभी अक्षम है
योग उपचार
योगिक क्रियाएं मस्तिष्क में सेरोटोनिन मेलाटोनिन इत्यादि रसायनों के श्रवण चक्र को उनकी मात्रा को एवं अनुपात को पुन व्यवस्थित करती हैं संवेदनात्मक तौर पर अधिक संतुलित बनती हैं योग द्वारा प्राण शक्ति के प्रवाह को अवरोध दूर होते हैं
सर दर्द को ठीक करने के लिए कुछ योग उपचार हैं जिसमें नीति एवं कुंजल सर दर्द के उपचार हेतु दो आधारभूत क्रियाएं हैं इसे सर दर्द में बहुत ही तीव्रता के साथ आराम मिलता है और स्थाई लाभ होता है
कुंजल प्रतिदिन कुछ दिनों तक फिर हफ्ते में एक या दो दिन
नेति क्रिया प्रतिदिन करें
शंख प्रक्षालन एक बार तथा सावधानी भारती लघु शंख प्रचलन हफ्ते में एक बार करें
आसन आसन
पावना मुक्त आसन,सूर्य नमस्कार, आसान इस तरह के आसनों का प्रयोग करें।
प्राणायाम
भस्त्रिका, नाडी शोधन ,और भ्रामरी प्राणायाम करें।
भोजन
भोजन हल्का और सुपाच्य भोजन करें भोजन अधिक मात्रा में ना खाएं
सुझाव
कब्ज नाक कान गले की हड्डी की समस्या जुड़ी हो तो उसका भी समुचित इलाज कराना आवश्यक है।

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